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सीखना तो उम्र भर चलता रहता है। लगातार सीखते रहने और उसका लाभ उठाने की यह प्रवृत्ति ही तो इनसान को बाकी जीवों से अलग करती है। इनसान की बुद्धि और विवेक ही उसे बाकियों से बेहतर बनाती है। इसलिए अपने हुनर को लगातार मांझते रहना बहुत जरूरी है। यहां हम कुछ ऐसे प्वाइंट्स बता रहे हैं, जो आपको अपनी याद्दाश्त को मजबूत बनाने में मदद करेंगे।
ऐसे बढ़ायें अपनी याद्दाश्त
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आप जो चीजें, बातें नयी सीख रहे हैं, उन्हें पुरानी बातों से जोड़ना सीखें। उदाहरण के लिए यदि आपको यमुना की लंबाई (1376 किलोमीटर) के बारे मे पता चला है, तो आप उसे ताजमहल से जोड़ सकते हैं। इससे आपको दोनों के बारे में जरूरी चीजें याद रहेंगी।
चीजों को जोड़ना सीखिये
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जब आप किसी चीज को मन ही मन दोहराते हैं, तो आपके लिए उसे याद रखना आसान हो जाता है। या तो आप चीज को अपने मन में दोहराते रहें। आप चाहें तो उन बातों को लगातार कागज पर लिखकर भी याद कर सकते हैं। इससे आपको उन शब्दों को याद रखने में आसानी होगी।
दोहरायें
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यदि आप किसी घटनाक्रम को याद करने का प्रयास कर रहे हैं, तो कुछ तरकीब भी आजमा सकते हैं। मान लीजिये आपको अंग्रेजी में नवग्रहों के नाम याद करने हैं, तो आप `My Very Educated Mother Just Showed Us Nine Planets’, का तरीका आजमा सकते हैं। इसमें हर शब्द के पहले अक्षर से ग्रह का आता है।
तरीके आजमायें
- जब आप महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तारीख, फॉर्म्यूले आदि को याद करना हो, तो आप इसके लिए फ्लैश कार्ड पर उन्हें लिख सकते हैं। और जब भी आपको जरूरत महसूस हो, आप उन कार्डस को देख सकते हैं।
कार्ड पर लिख लें
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अपनी लयबद्धता के कारण संगीत आसानी से आपके दिमाग में समा जाता है। अपने पसंदीदा गाने की धुन पर उन चीजों को सेट कर लीजिये, जिन्हें आप याद करना चाहते हैं। इससे आप तथ्यों को लंबे समय तक याद रख पाएंगे।
गाएं और याद्दाश्त बढ़ायें
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आप जो भी पढ़ें मस्तिष्क में उसकी एक तस्वीर बनाने की कोशिश कीजिये। इससे आप चीजों को अधिक लंबे समय तक याद रख पाएंगे। जब आप पढ़ रहे हों, तो साथ-साथ उन शब्दों के बारे में सोचना शुरू कर दें। सोचें कि वह चीज कैसी दिखती होगी, उसकी सुगंध कैसी होगी अथवा उसका स्वाद कैसा हो सगता है।
जो पढ़े उसे महसूस करें
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8जब आप किसी चीज को असल जिंदगी के उदाहरणों से जोड़कर देखते हैं, तो मस्तिष्क के लिए उन चीजों को दोहराना आसान हो जाता है। हमारा मस्तिष्क उन तथ्यों को आसानी से याद रख पाता है। कहा जाता है कि मानव जीवन भर अपने मस्तिष्क का बामुश्किल पांच से सात फीसदी ही इस्तेमाल कर पाता है। बाकी हिस्सा अनछुआ ही रह जाता है। लेकिन, अपनी याद्दाश्त को सुधारने के लिए आपको मस्तिष्क का व्यायाम जरूर करना चाहिये।
उदाहरण दें

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